रोडबेज बस बताकर यात्रियों से अबैध वसूली।
मुरैना बस स्टेण्ड को रोडवेज़ बताकर यात्रियों से अवैध वसूली करते बस कन्डेक्टर, जबकी 10 साल पहले रोडवेज बंद हो चुका


मुरैना बस स्टेण्ड को रोडवेज़ बताकर यात्रियों से अवैध वसूली करते जबकि 10 साल पहले रोडवेज बंद हो चुका
 
 
ग्वालियर/मुुरैना


प्रशासन और मुरैना- नगर निगम पालिका की अनदेखी के कारण ग्वालियर- मुरैना हाईवे स्थित मुरैना-यात्री बस स्टैंड दुर्दशा का शिकार है। मुरैना बस स्टेण्ड को रोडवेज़ बताकर यात्रियों से अवैध वसूली करते जबकि 10 साल पहले रोडवेज बंद हो चुका


सड़क किनारे खड़ी होती है बसें, दुर्घटना की आशंका


यहां बस का इंतजार यात्री जमीन पर बैठकर करते हैं और पीने का पानी यहां मिलता नहीं है। यहां से प्रतिदिन लगभग 500 बसों का संचालन होता है, जिनमें लगभग 2 हजार यात्री बैठकर यात्रा करते हैं। बस स्टैंड पर मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।


कुछ राजनैतिक तत्व बस वालों से गुंडा टेक्स भी वसूलते
 
पुलिस प्रशासन की अनदेखी और बस संचालकों की मनमानी के कारण स्टैंड पर आने वाली बसें स्टैण्ड पर जाने की जगह सड़क किनारे ही खड़ा कर देते है।
बसों के सड़क किनारे खड़े होने के कारण ट्रैफिक तो जाम होता ही है साथ ही यात्रियों के दुर्घटनाग्रस्त होने का भय बना रहता है। सड़क किनारे खड़े होने वाली बसों को रोकने के लिए न तो पुलिस प्रशासन कार्रवाई करता है और न ही नगर निगम पालिका द्वारा व्यवस्था की जा रही है।
 
बस स्टेण्ड के अन्दर नही कोई पुलिसकर्मी
 
बस स्टैंड पर कोई पुलिसकर्मी वहां पर बैठता नही है। बसों के कंडक्टरों द्वारा यात्रियों के साथ किराये में की जाने वाली मनमानी के कारण कंडक्टर और यात्रियों में आए दिन झगड़े होते रहते हैं। इसके साथ ही बस स्टैंड पर असामाजिक तत्वों और जुआरियों का जमावड़ा लगा रहता है। 



पुलिसप्रशासन की अनदेखी -प्रतीक्षालय पर ट्रेवल्स संचालकों ने किया कब्जा
 
बस स्टैंड पर के यात्री प्रतीक्षालय ट्रेवल्स संचालकों का कब्जा होने के कारण बस संचालक बसों को रोड पर ही खड़ा कर सवारियां बैठाते हैं। इसके चलते बस स्टैंड के अंदर एक भी बस नहीं जाती है। दूसरी ओर बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय के बाहर बसों को खड़ा करने के लिए बने मैदान में शहर के ट्रेवल्स संचालकों ने कब्जा कर लिया है। ट्रेवल्स संचालक अपनी टैक्सी ‘चार पहिया वाहनों’ को बस स्टैंड के अंदर खड़ा करते हैं और ग्राहकों का इंतजार करते हैं। इसके साथ ही इन टैक्सी के ड्राइवर दिनभर फड़ लगाकर जुआ खेलते रहते हैं। इस ओर पुलिस का भी कोई ध्यान नहीं है।