ओएसडी, पीएस दरकिनार, रिश्तेदार, परिचतों ने संभाली मंत्रियों के काम की कमान 

 





 


 


भोपाल। अपने स्टाफ में भाजपा शासनकाल में अधिकारी- कर्मचारियों को रखने का आरोप झेल रहे सरकार के कई मंत्रियों ने अब नई कार्य संस्कृति विकसित कर ली है। इन मंत्रियों के विभागों में मंत्री स्टाफ  से ज्यादा उनके परिचित, मित्र और रिश्तेदारों का दखल बढ़ गया है। मंत्रियों से जुड़े काम इनसे मिलने के बाद ही हो रहे हैं। यहीं नहीं ये रिश्तेदार और परिचित काम के लिए अफसरों को न सिर्फ सीधे नोटशीट भेज रहे हैं बल्कि उन्हें फोन भी कर रहे हैं। इससे मंत्री स्टाफ से लेकर मंत्रालय तक में खासी हलचल मची हुई है।   
    
कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के यहां स्टाफ में तैनात अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी अब बेरोजगारी झेल रहे हैं। कहने को तो वे मंत्री के ओएसडी, पीएस या पीए हैं पर इनमें से अधिकांश के पास मंत्रियों के साथ दौरे पर जाने के अलावा कोई अन्य काम नहीं है। इनकी जगह मंत्रियों के परिचित, उनके बगलगीर और परिवार के सदस्य विभाग का पूरा काम देख रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि मंत्री स्टाफ में बाहरी लोग पावर दिखा रहे हैं।