कलेक्टर ने देवरी गौशाला में नवीन 21 सदस्यीय टीम की बैठक ली।।        

मुरैना- लम्बे समय से देवरी गौशाला की पूर्व समिति की शिकायतें आने पर प्रभारी मंत्री के आदेशानुसार देवरी गौशाला की नवीन 21 सदस्यीय समिति की प्रथम बैठक कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास की अध्यक्षता में देवरी गौशाला में सम्पन्न हुई। गौशाला में समिति के समक्ष अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये, जिसमें नवीन समिति केे नाम से नया खाता खुलने के लिये समिति के सदस्य आकाश गुप्ता और अजय अग्रवाल के नाम से खुलने के लिये समिति ने सहमति प्रदान की। इस अवसर पर महापौर अशोक अर्गल, एसडीएम मुरैना आरएस बाकना, नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, पार्षद खलग सिंह राजपूत, संजय शर्मा  सहित नवीन गठित समिति के सदस्यगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे। 
 कलेक्टर ने बताया कि भूसा क्रय करते समय जो मार्केट रेट होगा उसी दर पर भूसा क्रय किया जावे। बैठक में सदस्यों ने निर्णय लिया कि भूसा क्रय करने में अभी तक की कमेटी ने जो भी घपले किये है। उसके एवज में भूसा क्रय करते समय समिति के सदस्यों की उपस्थिति में भूसा क्रय किया जावे और भूसा तोलने के लिये धर्मकांटा देवरी गौशाला पर लगाया जावे। उन्होंने बताया कि प्रति गाय तीन किलो भूसा प्रतिदिन खाती है, इसके मान से फरवरी अन्त तक भूसा समिति की सहमति पर क्रय किया जावे। इसके बाद फसल आने पर भूसा की दर कम होने पर उस दर से भूसा खरीदा जावे।   
 कलेक्टर ने कहा कि बीमार गायों को टैगिंग करें और स्वस्थ्य गायों को अलग रखे, बीमार गायों का समुचित इलाज समय पर हो। उन्होंने कहा कि गायों की टैगिंग के हिसाब से रजिस्टर में संख्या निर्धारित होनी चाहिये। समीक्षा बैठक में गौशाला के सदस्यों ने बताया कि पिछले 5 माह में एक्सीडेन्टिल एवं बीमार 438 गायों की मृत्यु हुई है। गौशाला में गौ संख्या बढ़ने से आउटसोर्स से गौशाला संचालित होगी। इसके लिये पूर्ण जिम्मेदारी 21 सदस्यीय टीम की देख-रेख में कराई जावेगी।बैठक में देवरी गौशाला के बारे में बताया कि गौशाला में 800 गायों की क्षमता है, जिसमें 1893 गाय वर्तमान में है। टीनसैड की क्षमता भी कम है। इस गौशाला में लगे सैड में 700 गायों की क्षमता पर 1100 गौवंश ही रखा जा सकता था। इस पर समिति ने निर्णय लिया कि अगले वित्तीय वर्ष में स्वीकृति लेकर 1500 गायों को रखने के लिये सैड तैयार कराया जावे।  
देवरी गौशाला में 25 बीघा बरसीम लगेगी 
 देवरी गौशाला में भूसा कम लगने के लिये करीबन 25 बीघा बरसीम लगाई जावेगी। इसके लिये एसडीएम समतल भूमि का नम्बरिंग देकर खेत बनाये, जिससे स्थानीय किसान देवरी गौशाला में बटाई पर फसल या बरसीम उगा सकते है। बटाई से प्राप्त होने वाला भूसा, अनाज, बरसीम आदि गायों की लिये उपयोग में ला या जा सकेगा।